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Yes and No

हाँ और ना गर वस्तु मिल जाये तो कोई बात नहीं यदि न मिले तो बेचैनी बढ़ जाती है | कोई मजनू बन जाता है तो कोई नफरत का सिकार हो जाता है | वह मुझे मिली तो कोई बात नहीं वह उसे मिली तो बेवफा | हम फेल हो जाये तो कोई बात नहीं वह पास हो जाये तो मुस्किल होती है | यदि हीर का रान्ज़ा से मिलन हो गया होता तो कुछ न होता नहीं मिले इसलिए तो कहानी बनी | यदि पूरी तरह से अच्छाई ही रहे तो कोई कहानी अच्छी नहीं लगेगी | कवियों की कविताओं में दम न होगा | दुनिया के चलने में अच्छाई के साथ साथ बुराई का भी हाथ है इसलिए तो कहते है की जो होता है अच्छा होता है |

Hishab Kitab bhag ek

हिशाब किताब भाग एक हिशाब किताब के बारे में आप का दिल क्या कहता है I मेरा दिल तो यही कहता है कि हर एक चीज का कुदरत खुद हिशाब करता है I अगर हम कुछ अच्छा करते है तो फल अच्छा मिलेगा अगर बुरा करते है तो बुरा I यह एक कडवा सत्य है और हम इस चीज से बच नहीं सकते है I आज मुझे सब कुछ अच्छा मिल रहा है तो ये जरूरी नहीं कि यह तुम्हारे ही कर्म का नतीजा है I हो सकता है यह किसी और के दुआओं का असर हो या फिर आपके पिछले जनम के अच्छे कर्म I यदि आप के साथ बहुत बुरा हो रहा हो तो जरूरी है कि इसका फल बुरा ही होगा अच्छा भी हो सकता है I यह भी जरूरी नहीं कि आप कुछ अच्छा कर रहे हो तो जरूरी नहीं कि वो अच्छा ही हो जैसे कि कुछ लोग भिखारी को भीख देकर समझते है कि किसी का भला कर दिया पर अगर आप ने slumdog मिल्लेनिएर फिल्म देख ली तो सायद आप को लगेगा कि आप किसी गुंडाराज गुट को बढ़ावा दे रहे है और वे लोग किसी के भी हाथ पैर काट के उसे भिखारी बना सकते हैं और आप उस गुट के एक सदस्य ही कहलायेंगे I रही बात हिसाब किताब कि तो अगर ऊपर वाले ने यह निर्णय लिया है कि जैसे को तैसा मिलता है तो यह भी गलत है अगर इस जन्म

Its bad but good

बुरा है पर अच्छा है कभी कभी में सोचता हूँ की दुनिया में कितनी बुराइया होती फिर सोचता हूँ की हर बुराई में अच्छाई छुपी होती है जैसे की मुंबई में बहुत लडकिया गलत धंधे करती है और सेक्स गैंग चलाती है ये सब गलत धंधे है फिर सोचता हूँ कि चलो अच्छा ही है कमसे कम इन लडकियों कि वजह से अच्छे खानदान और संस्कार वाली लडकिया बची रहती है बुरे लोगों कि नजरों से और समाज में सर उठा के जी सकती हैं इसी तरह से लोग चिकेन मटन खातें है जो कि अच्छी बात नहीं होती है पर लोग बहुत मात्रा में मांसाहार करते है सोचो अगर सभी सब्जी ही खायेंगे तो सब्जी और कितनी महंगी हो जाएगी और तो और बकरे भी सब्जी ही खाते है . इसी तरह से ड्रिंक करना बुरा है पर दावा कि तरह पीओ मतलब कि कम तो अच्छा है. इसी तरह से बहुत चीजे इस दुनिया में बुरी होती है पर उसके पीछे कुछ न कुछ अच्छाई छिपी रहती है. इसलिए बुरा है पर अच्छा है.