कहानी भूतनी की
एक गाँव का नाम था भंगवा | भंगवा गाँव में एक छोटा सा जंगल था वहां रात को कोई नहीं जाता था | सब कहते थे वहां एक भूतनी रहती है जिसे गाँव वालों ने कई बार देखा | उसी गाँव में एक मंगू नाम का नाइ भी रहता था वो किसी भूत वूत से नहीं डरता था | रोज आस पास के गाँव में बाल काटने जाता था और साम को उसी जंगल के रास्ते घर वापस आ जाता था | कभी कभी उसे भी थोड़ी बहुत आवाज आती थी पर कोई दिखाई नहीं देता था | एक दिन मंगू को लौटने में देर हो गई पहले सोचा रात को कहीं रुक जाऊं फिर सोचा डर किस बात का बस जंगल पार करते ही घर आ जायेगा |
मंगू की शादी नहीं हुई थे इसलिए वो और भी निडर रहता था पर जंगल पहुँचते पहुँचते रात के १२ बज गए | अब भूतनी का टाइम भी सुरु हो रहा था | थोड़ी दूर चलने पर मंगू को कुछ रोने की आवाज सुनाई दिया पीछे मुड़कर देखा तो कुछ नहीं था | थोड़ी दूर और चलने पर उसे सामने से एक औरत जाते हुई दिखाई दी फिर मंगू ने उसे आवाज दी फिर पलक झपकते ही वो औरत गायब हो गई | ऐसी लुका छुपी थोड़ी देर चलती रही पर मंगू डरा नहीं और चलता रहा अब वो जंगल के बीचोबीच आ गया था रात एक दम से काली रात थी उस दिन दुर्भाग्य से पूनम की रात थी |
अचानक मंगू के सामने एक औरत आ गई तो मंगू समझ गया ये तो भूतनी ही है | भूतनी बोली बहुत दिन बाद कोई मिला है आज भूंख मिटेगी और मंगू और पास आ गई मंगू अभी भी नहीं डरा और भूतनी से लड़ने लगा बहुत देर तक कुस्ती होती रही अब मंगू की हिम्मत जबाब दे रही थी धीरे धीरे उसकी ताकत कम हो रही थी अचानक मंगू के हाथ में उस्तरा आ गया और उसने भूतनी के सर पर मारा तो थोड़े से बाल कट गए मंगू ने बाल उठा लिए | भूतनी चिल्लाते हुए भाग गई |
मंगू घर पहुंचा और बाल चावल के बॉक्स में छिपा दिए और फिर बेहोश हो गया | उधर भूतनी के बाल कट जाने की वजह से भूतनी परेशां हो गई थी | भूतनी ने मंगू से बाल वापस पाने की ठान ली और एक सुन्दर लड़की का भेस धर लिया | उधर मंगू काफी बीमार हो गया था तो उसे एक नौकरानी की जरूरत पड़ने लगी इसी का फायदा उठा के भूतनी उसके घर गई और नौकरी पर रखने की बात की तो मंगू मान गया |
भूतनी मंगू की सेवा करने लगी धीरे धीर मंगू ठीक हो गया तो मंगू का नौकरानी पे दिल आ गया और फिर शादी का प्रस्ताव रखा भूतनी को अभी बाल नहीं मिले थे इसलिए वो मान भी गई | फिर दोनों की धूम धाम से शादी हो गई एक शाल हो गया अब भूतनी को एक लड़का भी हुआ.
ए सभ भूतनी को भी अच्छा लगने लगा | एक दिन मंगू ने कहा बीमारी के कारन बहुत दिन से चावल नहीं खाया इसलिए आज चावल बना दे मेरी रानी | भूतनी चावल निकलने गयी तो उसके हाथ उसके बाल लगा गए भूतनी खुस हो गई और अशली भेष में आ गई बाल लेकर जंगल भाग गई चिल्लाते हुए मिल गया मिल गया
मंगू को जब सच्चाई मालूम हुआ तो यकीन नहीं हुआ पर वो खुस था कि आज उसी भूतनी कि वजह से वो बाप तो बन गया |
मंगू अब भी रोज जंगल जाता पर भूतनी उस जंगल से भी जा चुकी थी उसे यमराज ने वापस बुला लिया था उसके बाल जो मिल गए थे और उसका टाइम भी पूरा हो गया था.| गाँव वाले भी खुस कि उन्हें मंगू कि वजह से भूतनी से छुटकारा मिल गया | बच्चा आज भी है पर किसी को यकीन ही नहीं पता नहीं क्यों मुझे भी यकीन नहीं क्यों कि मैंने भी सिर्फ सुना है देखा नहीं|
एक गाँव का नाम था भंगवा | भंगवा गाँव में एक छोटा सा जंगल था वहां रात को कोई नहीं जाता था | सब कहते थे वहां एक भूतनी रहती है जिसे गाँव वालों ने कई बार देखा | उसी गाँव में एक मंगू नाम का नाइ भी रहता था वो किसी भूत वूत से नहीं डरता था | रोज आस पास के गाँव में बाल काटने जाता था और साम को उसी जंगल के रास्ते घर वापस आ जाता था | कभी कभी उसे भी थोड़ी बहुत आवाज आती थी पर कोई दिखाई नहीं देता था | एक दिन मंगू को लौटने में देर हो गई पहले सोचा रात को कहीं रुक जाऊं फिर सोचा डर किस बात का बस जंगल पार करते ही घर आ जायेगा |
मंगू की शादी नहीं हुई थे इसलिए वो और भी निडर रहता था पर जंगल पहुँचते पहुँचते रात के १२ बज गए | अब भूतनी का टाइम भी सुरु हो रहा था | थोड़ी दूर चलने पर मंगू को कुछ रोने की आवाज सुनाई दिया पीछे मुड़कर देखा तो कुछ नहीं था | थोड़ी दूर और चलने पर उसे सामने से एक औरत जाते हुई दिखाई दी फिर मंगू ने उसे आवाज दी फिर पलक झपकते ही वो औरत गायब हो गई | ऐसी लुका छुपी थोड़ी देर चलती रही पर मंगू डरा नहीं और चलता रहा अब वो जंगल के बीचोबीच आ गया था रात एक दम से काली रात थी उस दिन दुर्भाग्य से पूनम की रात थी |
अचानक मंगू के सामने एक औरत आ गई तो मंगू समझ गया ये तो भूतनी ही है | भूतनी बोली बहुत दिन बाद कोई मिला है आज भूंख मिटेगी और मंगू और पास आ गई मंगू अभी भी नहीं डरा और भूतनी से लड़ने लगा बहुत देर तक कुस्ती होती रही अब मंगू की हिम्मत जबाब दे रही थी धीरे धीरे उसकी ताकत कम हो रही थी अचानक मंगू के हाथ में उस्तरा आ गया और उसने भूतनी के सर पर मारा तो थोड़े से बाल कट गए मंगू ने बाल उठा लिए | भूतनी चिल्लाते हुए भाग गई |
मंगू घर पहुंचा और बाल चावल के बॉक्स में छिपा दिए और फिर बेहोश हो गया | उधर भूतनी के बाल कट जाने की वजह से भूतनी परेशां हो गई थी | भूतनी ने मंगू से बाल वापस पाने की ठान ली और एक सुन्दर लड़की का भेस धर लिया | उधर मंगू काफी बीमार हो गया था तो उसे एक नौकरानी की जरूरत पड़ने लगी इसी का फायदा उठा के भूतनी उसके घर गई और नौकरी पर रखने की बात की तो मंगू मान गया |
भूतनी मंगू की सेवा करने लगी धीरे धीर मंगू ठीक हो गया तो मंगू का नौकरानी पे दिल आ गया और फिर शादी का प्रस्ताव रखा भूतनी को अभी बाल नहीं मिले थे इसलिए वो मान भी गई | फिर दोनों की धूम धाम से शादी हो गई एक शाल हो गया अब भूतनी को एक लड़का भी हुआ.
ए सभ भूतनी को भी अच्छा लगने लगा | एक दिन मंगू ने कहा बीमारी के कारन बहुत दिन से चावल नहीं खाया इसलिए आज चावल बना दे मेरी रानी | भूतनी चावल निकलने गयी तो उसके हाथ उसके बाल लगा गए भूतनी खुस हो गई और अशली भेष में आ गई बाल लेकर जंगल भाग गई चिल्लाते हुए मिल गया मिल गया
मंगू को जब सच्चाई मालूम हुआ तो यकीन नहीं हुआ पर वो खुस था कि आज उसी भूतनी कि वजह से वो बाप तो बन गया |
मंगू अब भी रोज जंगल जाता पर भूतनी उस जंगल से भी जा चुकी थी उसे यमराज ने वापस बुला लिया था उसके बाल जो मिल गए थे और उसका टाइम भी पूरा हो गया था.| गाँव वाले भी खुस कि उन्हें मंगू कि वजह से भूतनी से छुटकारा मिल गया | बच्चा आज भी है पर किसी को यकीन ही नहीं पता नहीं क्यों मुझे भी यकीन नहीं क्यों कि मैंने भी सिर्फ सुना है देखा नहीं|