Skip to main content

Posts

How people miss love in life

आज ही नामांकन करे गूगल में

आज ही नामांकन करे गूगल में  प्यारे दोस्तों आओ हम जाने की हम इन्टरनेट से पैसे कैसे कमायें . इन्टरनेट से पैसे कमाने के बहुत रस्ते है जैसे ईमेल मार्केत्टिंग, बाहरी प्रोजेक्ट से और डाटा एंट्री काम ! लेकिन ये सभी रास्ते सभी नहीं जानते और बहुत ठगी भी होती है. अगर आप अच्छा ब्लॉग लिख सकते है तो फिर आप गूगल विगाप्ती(adsense) सीखें  सबसे पहले गूगल विगाप्ती (adsense) के लिए अपना अकाउंट प्राप्त करें उसके बाद ब्लॉग में अपना ज्यादा से ज्यादा योगदान करें  गूगल विगाप्ती में अकाउंट प्राप्त करना इतना आसान नहीं होता अगर आप अच्छा ब्लॉग लिखेंगे तो ही आपका अकाउंट अप्प्रोव होगा. अकाउंट मिलने के बाद आप अच्छा पैसा  कमा  सकते है अगर कोई आपके ब्लॉग पर आकर विज्ञापन खोलेगा तो उसका लाभ आपको मिलेगा अगर आप मेहनत करेंगे तो नतीजा बहुत अच्छा हो सकता है जितना आप नौकरी से कमा रहें है उतना ही आप गूगल से कमा सकते बस आप में थोड़ी लगन और विस्वास होना जरूरी है. ब्लॉग लिखे तो कृपया खुद लिखे कहीं से नक़ल न करें और जानबूझ कर किसी विज्ञापन पर क्लिक न करें और न ही किसी से ...

Who is God ?

Who is God? Ram,Shiv,Ganesh,Allah,Ishu,Sai,Durga,Gurunanak Some times I think who is our God Is Our God is Ram if our God is Ram then who is Shiv,Ganesh ,Allah,Ishu,Sai,Durga,Gurunanak etc. If all are our God then Why Sai Baba said "Sabka Malik Ek" If God is one Then why God created so many names. Some one tells that God resides inside us if resides inside us then whats name of that God. Lot of Question to know definition of God. Answer : But finally I got answer that if there is no structure or name then remembering or praying him is very difficult that's God created so many name. You can select to pray as you like. I suggest everyone pray to God but keep in mind that God is one so you can love to all cast person. Actually love is great , God is great .

मनपसंद

मनपसंद खुद को कर बुलंद इतना,खुद को कर बुलंद इतना की खुदा बन्दे से खुद पूछे बता तेरी है क्या रजा | झुकते है वही , जिसमे जान होती है |झुकते है वही , जिसमे जान होती है, वर्ना अकड़ना तो मुर्दों की पहचान होती है | बकरी पाती  खात  है ताकि काढी खल जो नर बकरी खात है ताको कौन हवाल | जब मै था तब हरी नहीं जब हरी है मै नहीं सब अँधियारा मिटा गया जब दीपक देख्या माहि | सारे संसार में दो तरह की दिक्कतें होती है एक जब हम आज महसूस करते है एक भविष्य में और सभी दिक्कते इन दो तरह की दिक्कतों में ही रहती है क्यों की सबका मालिक एक है और हमें जीवो पर दया करनी चाहिए | अगर तुम तेष में आकर मेरा खात फाड़ भी डालो ,अगर तुम तेष में आकर मेरा खात फाड़ भी डालो ,तो मेरे खात के टुकड़े तुम्हारे कदम चूमेंगे | प्यार से पहले सेक्स करने से प्यार परवान नहीं चढ़ता | कुछ ऐसा करो की भीड़ तुम्हारे पीछे भागे नाकि तुम भीड़ के पीछे | जब हर तरफ अँधेरा दिखाई दे तो समझ लेना उजाला आने वाला है |

Dard E Tanhai

तन्हाई मुझे लगता है की मेरे पास कोई है जो हमेशा तो नहीं पर अकेले में मिलती है | यह और कोई नहीं मेरी तन्हाई है ,मेरा हमदम दोस्त नहीं जनता मै कौन है | पर ये तन्हाई करमजली मेरी सारी दास्ताँ बयां करती है | तन्हाई मुझसे कहती है ये करलूं वो करलूं कभी ख़ुशी के पल तो कभी आंसू भर लूं | मेरी तन्हाई मुझे रोज सताती है , न चाहते हुए भी होने का अहसाश कराती है | कभी बिस्तर पर तो कभी कंप्यूटर स्क्रीन पर भी नजर आती है | कभी कभी तो भीड़ भाड़ में भी नजर आती है | लाख कोसिस की कि दूर हो जाये मेरी तन्हाई | पर जितना दूर करता हूँ उतने करीब हो जाती है तन्हाई | एक दिन मेरी तन्हाई से हो गया मेरा समझौता | तन्हाई ने कहा मेरे यार लगता है तुम हो मुझसे बहुत दुखी | तुम्हे तुम्हारी तन्हाई का वास्ता बताती हूँ एक रास्ता | तन्हाई के कहने पर मैंने कुछ ही दिनों में करली शादी | मैंने तन्हाई का अदा किया सुक्रिया कि उसने मुझे नै राह दी | कुछ दिन तो बहुत अच्छा लगा बिना तन्हाई के | अभी तक कानो में गूँज रहे थे सुर सहनाई के | सब कुछ मानो स्वर्ग सा मिल गया | होठों में मुस्कराहट दिलों में फूल खिल गया | पर ...

Unemployment

बेरोजगारी मेरी चाह है येही की मेरी कविता में दम हो , थोड़ी ख़ुशी ,थोड़ी हंसी और मरहमी गम हो | बात है उनकी जिन्हें है किसी की तलास , करते है कोसिस नहीं छोड़ते आश | भरतें है आवेदन देतें है इन्तहान लेकर एक आशा , फिर आता है परिणाम हाथ आती है निराशा | बड़े देते है अस्वासन कि बेटे हिम्मत मत हार , कोसिस कर बार बार | यूँ तो ढांढस बढ़|ने का सिलसिला चलता ही रहता है , सबकुछ हो गया ख़त्म मै हो गया पूरी तरह से बेरोजगार अंत में ऐसा लगता है | फिर एक दिन पुस्तकालय में जा कर दो लाइन पढता हूँ जो कि मै आपको अपने सब्दो में बयां करता हूँ | "गर न मिले नौकरी तू फिर भी बन बन्दा , छोड़ दे ये नौकरियां कर ले कोई धंधा " पुस्तकालय से बहार निकला तो एक भिखारी कटोरा लिए खड़ा था | पीछा छुड़ाने के लिए मैंने उससे कहा जाओ बाबा छुट्टे नहीं है , बाबा बोले बेटा दस रूपये दान कर दो तो छुट्टे मिल जायेंगे | मै बोला दस तुझे दूंगा तो मै क्या करूँगा , ९० रूपये में तो ९ दिन कट जायेंगे १० वे दिन क्या करूँगा | बाबा बोले बेटे तेरा तो बुरा हाल है बेरोजगारी कि तू एक बड़ी मिसाल है | मुझे आई थोड़ी सरम दिमाग हो गया गरम ,...

Imagine of Soul

आत्मा अगर एक पल के लिए हम यह सोचे की परमात्मा है ही नहीं | इस्वरीय दुनिया का कोई जगत है ही नहीं तो वैज्ञानिक दृष्टी से आत्मा कुछ भी नहीं है | शरीर के अन्दर आत्मा न होकर एक ऐसी उर्जा होती है जो उसने भ्रूणावस्था में प्राप्त की होती है | वह उर्जा सुक्राणु और अंडाणु के मिलन पर ही बनती है और अवस्था के पश्चात नस्त हो जाती है मतलब शरीर उर्जा विहीन हो जाता है अर्थात मर जाता है |  वास्तव में यदि आत्माएं होती तो यथार्थता भूत भी होते रोज बहुत लोग मरते और अबतक बहुत सारे भूत हो जाते और रोज एक दो भूतों से मुलाकात भी हो जाती | अगर हम इस्वरीय दुनिया में विस्वास करे तो बहुत सारी बातें ऐसी होंगी जिसे आपने केवल सुना होगा पर देखा नहीं होगा | इस्वरीय दुनिया एक काल्पनिक संसार है जो हो भी सकता है नहीं भी | परन्तु विज्ञानी संसार सर्वथा सिद्ध है |