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Happy new year greeting

मुझे याद है बचपन से अब तक का सफ़र नए साल का । बचपन में हम स्कूल के दोस्तों के साथ नये साल की बधाई देते थे । जिनके पास पैसे होते थे वो कार्ड अथवा पेन खरीद कर अपने दोस्त को देते थे में तो कोरे कागज में ड्राइंग बनाकर कार्ड का आकार देकर ही काम चला लेता था । मेरे पिता जी तो दो या चार लाइन लिखकर ढेर सारा कार्ड छपवाते थे और सभी अध्यापकों को एक एक कार्ड देते थे । उनके द्वारा लिखी गई लाइन्स की उन्हें खूब प्रसंशा मिलती थी । उन दिनों नए वर्ष का जूनून कुछ ज्यादा होता था । आज का दौर तो बहुत तेज तर्रार है । कुछ पता ही नहीं चलता की कब दिवाली आई और कब होली । बस काम करते रहो खाते रहो सोते रहो न्यूज़ देखो पिक्चर देखो ऐसे ही सालों तक रूटीन चलता रहता है और आधी उम्र बीत जाती है । नया साल जन्म दिन की तरह होता है हर साल जिंदगी का एक साल बीत जाता है । अशल में वक्त तो वही रहता है केवल वक्त का स्वाद बदल जाता है । नया शाल मानाने का मतलब सिर्फ टाइम मैनेजमेंट ऑफ़ लाइफ . नया सवेरा नयी किरण के साथ नया दिन एक प्यारी मुस्कान के साथ आप सभी को नया साल मुबारक हो ढेर सारी दुवाओं के साथ । मेरी तरफ से आप सभी ल

Example of real or true love

दोस्तों ये तस्वीर है राजस्थान से दोस्तों इस नन्हे बछड़े के आगे के दोनों पैर नहीं है फिर भी इस महिला ने इसे माँ का प्यार दिया है और एक बेटे के सामान ही इस पाल रही है दोस्तों जरा सोचे की न तो ये बछड़ा दूध देगा , न खेत जोतेगा.और न ही ये बछड़ा किसी भी तरह का कोई काम कर सकता है .....फिर भी उसे एक माँ का प्यार मिल रहा है बिना की स्वार्थ के.इसे कहते है सच्चा प्यार

Khajur tree

खजूर का पेड़ मेरा गाँव उत्तर प्रदेश में है मेरे घर के द्वारे एक बहुत बड़ा खजूर का पेड़ था । खजूर का पेड़ देखने में बहुत ही सुन्दर लगता था क्यों कि वो पेड़ बिलकुल सीधा था और 3 किलोमीटर दूर से दिखाई देता था मैं खजूर का पेड़ देख के लोगों को बताता था देखो वो रहा मेरा घर और मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता था । रोज चिड़ियों की चहक सुनाई देती थी बहुत अच्छा लगता था । और उसका फल तो बहुत ही मीठा था । एक दिन की बात है मेरे चाचा के एक दोस्त आये और बोले मै अपना घर बनवा रहा हूँ और मुझे एक सीधा लम्बा पेड़ चाहिए ए खजूर का पेड़ मेरे काम आ सकता है पहले तो मेरे चाचा ने मना कर दिया पर बहुत जोर देने के बाद वे मान गए । अगले दिन कुछ लोग आये और खजूर के पेड़ को काटने लगे । मैंने देखा तो मुझे बहुत दुख हुआ मैंने उन्हें बहुत रोका पर बड़ो के आगे मेरी एक न चली । थोड़ी देर में पेड़ कट के गिर गया । उसमे से बहुत सारी चिड़ियों के बच्चो की जान चली गई । मेरा पूरा द्वार सूना हो चूका था । उस बात का दर्द मुझे आज भी है पर किसी को मेरे दर्द का एहसास ही नहीं हुआ । मुझे मेरे पेड़ की बहुत याद आती है आज फिर याद आ गया वो लम्हा इसलिए

Nice poem from RCMBusiness

This is very nice poem which I have taken form RCM Business .RCM Business is MLM Company which is very famous company. I like all poem written by T.C.Chhavda ji. . Trilokchand Chhavda ji is main persom of RCM Company.

Talking cute baby please do not disturb him

Cute baby is talking to some  please do not disturb him just try to understand what he is talking I am not able to understand if you can then please share talk with me. Actually everyone like to play with cute baby because it give relief to our soul directly. If you tired then talk to any small cute baby your tiredness will be finish,