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Money Money and Money

पैसा पैसा और पैसा पैसा ऐसी चीज है जो पूरी दुनिया को संचांलित करती है किसी को ख़ुशी तो किसी के लिए गम है पैसा. सभी जितना पैसे से प्यार करते है उतना न तो भगवन और न ही किसी अपने को क्यों की सबके लिए प्यार भी है पैसा . इतना तो हम सभी जानते है की दुनिया की हर एक वस्तु पैसे के ताकत से कड़ी की गई है यहाँ तक की पैसे से जिंदगी और जान तक की भी सौदेबाजी होती है . पैसा है तो सुकून है सन्ति है भूखो को रोटी पाने के लिये भी पैसे देना पड़ता है वर्ना भूंखे ही सोना पड़े. मै सोचता हूँ भगवान ने पैसे को इतनी ताकत क्यों दे दी जिससे उसकी ही कीमत कम हो जाये सायद इसके पीछे भी कोई रहस्य होगा. पैसा एक ऐसी चीज है जो जितना भी हो कम ही लगता है दिल करता है थोडा और बढ़ जाये इसलिए हम थोडा और के चक्कर में दौड़ते जाते है पर थोडा और तो पूरा ही नहीं पड़ता कभी वो तो थोडा का थोडा और ही रहता है. मै संक्षिप्त में बताना चाहता हूँ की पैसा क्या क्या करता है पैसा से खाना मिलता है खाना बनाने वाली मिलती है रोटी कपडा और मकान एंड दुकान मिलती है हर जरूरत की चीज जैसे साबुन तेल लोन गैस इत्यादि पैसे से मुर्ग मुसल्लम औ

Ramlila of Cricket players in world cup 2011

खिलाडियों की रामलीला या वर्ल्ड कप २०११ कॉमेडी जैसे की हम सभी जानते है की वर्ल्ड कप २०११ भारत ने जीत लिया तो ऐसा लगा जैसे श्री रामचंद्र जी ने लंका जीत ली हो . हमने लंका तो जीत ली पर किस खिलाडी ने कौन सा रोल किया यह तो किसी ने बताया ही नहीं. मै बताना चाहता हूँ रामायण के मुख्या पत्र थे राम,लक्ष्मन,और हनुमान जी मेरे ख्याल से राम की भूमिका खुद सचिन ने निभाई और लक्ष्मण की भूमिका में रहे हमारे वीरेंदर सहवाग. जिन्होंने आखिरी लड़ाई वो है हमारे धोनी भाई रामायण में हनुमान जी ने अहिरावन को मार के आखिरी लड़ाई लड़ी थी तो धोनी ने आखिरी शोट मर के फ़ाइनल मैच जीता जो की एक मिशल बन गया. अहिरावन की भूमिका में रणदिव रहे . लंकापति नरेश की भूमिका में तो कुमार संगकारा जी थे जिन्हों ने जीजान से लड़ाई की परन्तु अंत में जीत तो राम की ही होनी थी कुम्भकरण की भूमिका में लसित मलिंगा के अलावा कोई नहीं जम सकता जिन्होंने अपने हावभाव से सभी को डरा दिया था . मेगनाथ की भूमिका महेला जैवार्दाने ने बखूबी निभाया और जमकर batting करके उन्होंने अपनी सकती का भरपूर एहसाश दिलाया. नल और नील की भूमिका में ग

Kalyug me lankadhahan ho hi gaya

कलयुग में लंका ढहन हो ही गया वर्ल्ड कप २०११ आखिरकार कलयुग में लंका का दहन हो ही गया. धोनी ने आखिरकार हनुमान जी की भूमिका अदा कर ही दिया . अपने खेल से उन्होंने दिखा दिया की जीत आखिर में राम की ही होनी थी २ अप्रैल २०११ पूरे भारत के लिए जसन का माहोल हो गया हर जगह ढोल नगाड़े बज रहे थे लोगों ने रात के २ बजे तक डांस किया बल्ले बल्ले किया. भारत माता की जय के नारे लगे. काश ऐसा दिन रोज आये लोग इतना ही खुस रोज रहें तो कैसा होगा . खैर धोनी टीम तो करोरों लोगों को खुसिया दिया भगवन उन्हें हमेशा खुस रखे. जय हो.

Why Sachin Tendulakar is not taking retirement

पता नहीं सचिन ने सन्यास क्यों नहीं लिया, वर्ल्ड कप २०११ बेस्ट टाइम था सन्यास के लिए आखिरकार सचिन का वर्ल्ड कप जीतने का सपना साकार हो ही गया . मै तो समझ रहा था कि सचिन वर्ल्ड कप जीतने के बाद सन्यास ले लेंगे पर लगता है वो अभी और क्रिकेट खेलना चाहते है खैर कोई बात नहीं अगर सचिन इस वक्त सन्यास ले लेते तो बेस्ट सन्यास टाइम कहलाता बाद में फिर पता नहीं क्या हो कब क्रिकेट से गायब हो जाएँ राहुल द्रविड़ कि तरह पता ही नहीं चलेगा. मेरे ख्याल से सचिन का सन्यास लेना ठीक रहता पर बन्दे में अभी जान है तो इंडिया को इसका लाभ जरूर मिलेगा. वर्ल्ड कप २०११ पूरी इंडिया के लिए फेस्टिवल का दिन हो गया मुंबई में तो हर कोई रोड पे आ के डांसर बन गया था सबकी ख़ुशी देखने को मिलती नारियल फोड़ने वालों कि तो लाइन लगी हुई थी जगह जगह प्रोजेक्टर से मैच देखे जा रहे थे. कुछ लोगों ने तो कई कई व्हिस्की कि बोतले खली कर दी मरे खुसी के हर कोई फूला नहीं समां रहा था. जगह जगह भारत माता कि जय के नारे लग रहे थे, वन्दे मातरम लोगों के दिलों से निकल रहा था ऐसा लगा रहा था जैसे हर किसी ने वर्ल्ड कप जीत लिया था. और हर किसी

First Interview Experience

Dear Friend I want to share question of my first interview which i faced at the time of interview. These are question and answers Q.1 What is extension of sql backup files? Ans: .Bak extension used to take backup of sql database. Q.2 Do you have worked in any Live project? Ans: Yes, I worked in project titled was "Conference Database management system" Developed in vb and oracle. Q.3 What is Ajax? Ans. full form of Ajax is Asynchronous JavaScript and XML. used in .net to get better performance of Page. Q.4 What is your Current and expected Salary? And. Current salary is Rs. 6000 PM. and expected salary is as per company norms. Q.5 Are you ready for practical test? Ans Yes. Practical Question. Manage data of any training institute and show record navigation and display report . after all test and process i got selected.

Fight between Saaka and Maasa

साका और मासा का विवाद साका और मासा दो भाई थे दोनों को बहस करने की आदत थी उनका एक बहस को में लिखना चाहता हूँ साका : मै तो साकाहार पसंद करता हूँ और मांस का सेवन नहीं करता हूँ यही मेरे लिए अच्छा है. मासा : अरे मै तो मांसाहार पसंद करता हूँ इससे ज्यादा ताकत आती है | वाह क्या स्वाद होता है चिकेन और मटन में. साका : अरे मांस से कोई ताकत वाकत नहीं बढती है सब्जी खाने से भी ताकत आती है .किसी की जान लेकर खाने में क्या रखा है. मासा : अगर सब सब्जी ही खायेंगे तो सोचो सब्जी कितनी महँगी हो जाएगी और बकरे और मुर्गे कितने ज्यादा हो जायेंगे फिर उनके खाने का इंतजाम कौन करेगा. साका : भगवन बहुत बड़ा है हमसे ज्यादा उसको चिंता है इन सबकी वो सब कुछ ठीक करता है क्या तुमसे इश्वर ने कहा है की जान मारना अच्छा है. मासा : यह सब प्रकृति को संतुलित करने के लिए है . साका : तो खुद कोई इश्वर जैसे राम श्याम इत्यादि इसका सेवन क्यों क्यों नहीं करते थे. मासा : इस बारे में कोई नहीं बता सकता की कौन मांस सेवन करता था कौन नहीं अरे टेंसन क्यों लेता है खाओ पियो और मौज करो. साका: सोचना पड़ता है भा

Strarting of year 2012 from Japan is it true

सन २०१२ की शुरुवात जापान से -क्या ये सच है मैंने सभी को कहते सुना की सन २०१२ वर्ल्ड एंड होगा जिसकी शुरुवात जापान से हो चुकी है क्या ये सही है अगर हा तो फिर क्या सबकी जिंदगी के सिर्फ एक साल ही बाकी है अगर नहीं तो फिर सुनामी जापान में क्यों आ गया .. आया तो आया वो भी २०१२ से पहले आ गया. फिर मै सोचता हूँ हा भाई ऐसा हो भी सकता है क्यों नहीं हो सकता इस जमी पर पाप बढ़ गया है और जब जब पाप बढता है तब तब या तो भगवान का अवतार होता है या फिर विनाश . फिर मैंने अपने हिसाब से बहुत पॉइंट निकले जो की पाप है वो ये है १. जिस गाय को हम माता मानते थे उसे तेजी से ख़तम किया जा रहा है और बीफ के नाम से बाजार में प्रोडक्ट उपलब्ध है. २. भैंसे ,बकरे मुर्गे ये बाजार में सब्जियों से ज्यादा बिकते हैं और किशी का भी ध्यान इसे रोकने में नहीं पर बढ़ने में जरूर है. लोग जान से ज्यादा पैसा बचने में विस्वास करने लगें है. ३. जहाँ देखो इन्सान ही इन्सान है और लोग मांस खा के प्रकृति को संतुलन की बात कर रहे है पर जो संतुलन बिगड़ रहा है उसका क्या. ४. पेड़ पौधों को कट कर तेजी से मकान बन रहे है मशीनीकरण हो रहा है. जो