Skip to main content

Posts

First Interview Experience

Dear Friend I want to share question of my first interview which i faced at the time of interview. These are question and answers Q.1 What is extension of sql backup files? Ans: .Bak extension used to take backup of sql database. Q.2 Do you have worked in any Live project? Ans: Yes, I worked in project titled was "Conference Database management system" Developed in vb and oracle. Q.3 What is Ajax? Ans. full form of Ajax is Asynchronous JavaScript and XML. used in .net to get better performance of Page. Q.4 What is your Current and expected Salary? And. Current salary is Rs. 6000 PM. and expected salary is as per company norms. Q.5 Are you ready for practical test? Ans Yes. Practical Question. Manage data of any training institute and show record navigation and display report . after all test and process i got selected.

Fight between Saaka and Maasa

साका और मासा का विवाद साका और मासा दो भाई थे दोनों को बहस करने की आदत थी उनका एक बहस को में लिखना चाहता हूँ साका : मै तो साकाहार पसंद करता हूँ और मांस का सेवन नहीं करता हूँ यही मेरे लिए अच्छा है. मासा : अरे मै तो मांसाहार पसंद करता हूँ इससे ज्यादा ताकत आती है | वाह क्या स्वाद होता है चिकेन और मटन में. साका : अरे मांस से कोई ताकत वाकत नहीं बढती है सब्जी खाने से भी ताकत आती है .किसी की जान लेकर खाने में क्या रखा है. मासा : अगर सब सब्जी ही खायेंगे तो सोचो सब्जी कितनी महँगी हो जाएगी और बकरे और मुर्गे कितने ज्यादा हो जायेंगे फिर उनके खाने का इंतजाम कौन करेगा. साका : भगवन बहुत बड़ा है हमसे ज्यादा उसको चिंता है इन सबकी वो सब कुछ ठीक करता है क्या तुमसे इश्वर ने कहा है की जान मारना अच्छा है. मासा : यह सब प्रकृति को संतुलित करने के लिए है . साका : तो खुद कोई इश्वर जैसे राम श्याम इत्यादि इसका सेवन क्यों क्यों नहीं करते थे. मासा : इस बारे में कोई नहीं बता सकता की कौन मांस सेवन करता था कौन नहीं अरे टेंसन क्यों लेता है खाओ पियो और मौज करो. साका: सोचना पड़ता है भा

Strarting of year 2012 from Japan is it true

सन २०१२ की शुरुवात जापान से -क्या ये सच है मैंने सभी को कहते सुना की सन २०१२ वर्ल्ड एंड होगा जिसकी शुरुवात जापान से हो चुकी है क्या ये सही है अगर हा तो फिर क्या सबकी जिंदगी के सिर्फ एक साल ही बाकी है अगर नहीं तो फिर सुनामी जापान में क्यों आ गया .. आया तो आया वो भी २०१२ से पहले आ गया. फिर मै सोचता हूँ हा भाई ऐसा हो भी सकता है क्यों नहीं हो सकता इस जमी पर पाप बढ़ गया है और जब जब पाप बढता है तब तब या तो भगवान का अवतार होता है या फिर विनाश . फिर मैंने अपने हिसाब से बहुत पॉइंट निकले जो की पाप है वो ये है १. जिस गाय को हम माता मानते थे उसे तेजी से ख़तम किया जा रहा है और बीफ के नाम से बाजार में प्रोडक्ट उपलब्ध है. २. भैंसे ,बकरे मुर्गे ये बाजार में सब्जियों से ज्यादा बिकते हैं और किशी का भी ध्यान इसे रोकने में नहीं पर बढ़ने में जरूर है. लोग जान से ज्यादा पैसा बचने में विस्वास करने लगें है. ३. जहाँ देखो इन्सान ही इन्सान है और लोग मांस खा के प्रकृति को संतुलन की बात कर रहे है पर जो संतुलन बिगड़ रहा है उसका क्या. ४. पेड़ पौधों को कट कर तेजी से मकान बन रहे है मशीनीकरण हो रहा है. जो

Everyone liked first Ramayan of Ramanand sagar

सबकी पसंद थी पहली रामायण मै कुछ बाते शेयर करना चाहता हूँ धारावाहिक रामायण जो रामानंद सागर ने बनाई थी. तब ये धारावाहिक सबकी पसंद बन गई थी सभी कम छोड़कर सब के सब रामायण देखते थे और अगर उस समय लाइट चली जाती थी तो लोग बड़ी बेसब्री से लाइट आने का इन्तजार करते थे अगर लाइट आ जाती थी तो जैसे जान में जान आ गई अगर लाइट नहीं आती तो जहाँ पर लाइट आती थी उनसे कहानी सुन लेते थे पर कहानी कोई मिस नहीं करता था. मेरी पसंद के भाग थे जब धनुष टूटा और राम सीता विवाह हुआ , तड़का वध , खर दुसान वध,सीता हरण, जताएउ मरण ,हनुमान राम मिलन,बलि वध,लंका ढहन, कुम्भकरण मरण, रावन मरण. मेरे गाँव में तो रामायण देख के औरतो का हाल बेहाल हो जाता था जब राम सीता हरण के बाद विलाप कर रहे थे तो कुछ औरते बहुत रो रही थी की खुद भगवन रो रहे है. हर एक भाग और अभिनय लोगों के दिलों में आज भी घर कर गया जाने क्या बात थी उस पुराने रामायण में जो आज भी बहुत याद आता है. यही हाल सायद आप में से भी बहुत लोगों में होगी. उसके बाद बहुत सारे रामायण धारावाहिक बने पर वो बात नहीं दिखी जो की पहली रामायण में थी. मेरा रामानंद जी को सत स

Mungari and her son

मुंगरी और उसका बेटा आप लोग सोच रहे होंगे की मुंगरी कौन है और उसका बेटा कौन है तो अब मै आप को बताता हूँ बात बहुत पुरानी है करीब २० साल पुरानी मै अक्सर अपने फूफा के घर जाया करता था वहां बहुत बच्चे थे खेलने में बहुत मजा आता था उनके घर एक बकरी थी जिसका नाम था मुंगरी वो बहुत लम्बी चौड़ी थी और बहुत समझदार भी. जब भी उसे उसके नाम से पुकारो आ जाती थी किसी का कभी कोई नुकसान नहीं करती थी दूध भो २ किलो देती थी मेरे फूफा के ५ बेटे है और सभी उसी का दूध पीते थे उसका दूध भी बहुत मीठा था. हमारे गाँव में बकरे काटने वाले को चिकवा के नाम से जानते है. कई चिक्वे आते थे उसे खरीदने के लिए पर मेरे फूफा मुंगरी को जान से ज्यादा मानते थे कभी नहीं बेचा चिकवा मुह सिकोड़ के चला जाता था. मुंगरी का एक बेटा था नाम था मस्तान. मस्तान भी अब बड़ा हो रहा था पर थोडा सैतान था कभी किसी के क्षत पर तो कभी किसी के खेत में घुस जाता था पर उसको भी जब नाम से बुलाओ जनाब हाजिर. मै ऐ सब देख के बहुत आनंदित होता था. अक्सर यों ही दिन निकलते गए मुंगरी से फूफा खुस रहते थे फूफा से मुंगरी. मुंगरी की उम्र १० साल की हो गई थी अब कभ

Kya ye vahi India hai

क्या ये वही इंडिया है कभी कभी में सोचता हूँ क्या ये वही इंडिया है जहाँ पर लोगों ने हमारे लिए अपने देश के लिए अपनी जान गवाई थी जहाँ कभी हिन्दू और मुस्लमान मिलके अंग्रेजो का सामना करते थे और फक्र करते थे अपने और अपने देश के ऊपर. जहाँ पर चन्द्रसेखर आजाद और भगत सिंह सहीद हुए थे . महात्मा गाँधी और नेहरु जी जैसे नेता हुआ करते थे . उस ज़माने में अगर बड़े से बड़े विचारों वाले लोग होते the तो आज क्यों नहीं. आज हर इंसान इतना स्वार्थी क्यों हो गया. पहले तो अंग्रेज हुआ करते थे उन्हें तो भगा दिया गया पर अब खुद सारा हिंदुस्तान ही अंग्रेज हो गया अब क्या होगा इस देश का. जहाँ देखो जिशे देखो बस खुद अंग्रेज होने में फक्र महसूस करता है अगर कोई हिदुस्तानी लिबास पहनता है तो कोई नहीं देखता पर अंग्रेजी लिबास पहन लिया तो सब हल्लो हाई करते है. मै पूछता हूँ आखिर क्या है इस अंग्रेजी सभ्यता में जिससे सभी आकर्षित हुए बिना नहीं रह सकते. आज सब कुछ आम हो गया जिसको जो मर्जी आई वही करता है. पहले लोग गाय को माता मान के पूजा करते थे आज उसी गाय का खून करके खाने में कोई एतराज नहीं होता. सभी को अपनी पेट प

Its bad but good

बुरा है पर अच्छा है कभी कभी में सोचता हूँ की दुनिया में कितनी बुराइया होती फिर सोचता हूँ की हर बुराई में अच्छाई छुपी होती है जैसे की मुंबई में बहुत लडकिया गलत धंधे करती है और सेक्स गैंग चलाती है ये सब गलत धंधे है फिर सोचता हूँ कि चलो अच्छा ही है कमसे कम इन लडकियों कि वजह से अच्छे खानदान और संस्कार वाली लडकिया बची रहती है बुरे लोगों कि नजरों से और समाज में सर उठा के जी सकती हैं इसी तरह से लोग चिकेन मटन खातें है जो कि अच्छी बात नहीं होती है पर लोग बहुत मात्रा में मांसाहार करते है सोचो अगर सभी सब्जी ही खायेंगे तो सब्जी और कितनी महंगी हो जाएगी और तो और बकरे भी सब्जी ही खाते है . इसी तरह से ड्रिंक करना बुरा है पर दावा कि तरह पीओ मतलब कि कम तो अच्छा है. इसी तरह से बहुत चीजे इस दुनिया में बुरी होती है पर उसके पीछे कुछ न कुछ अच्छाई छिपी रहती है. इसलिए बुरा है पर अच्छा है.